तुम्हारी प्रकृति है भूल जाना, और स्वभाव भूलकर भी न भूल पाना ||आचार्य प्रशांत, संत दादूदयाल पर (2015)
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 Published On Jun 11, 2020

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वीडियो जानकारी: 09.11.2015, बोधस्थल, नॉएडा, भारत

प्रसंग:
~ हमारी प्रकृति क्या है?
~ हमारा स्वभाव क्या है?
~ हम अपना स्वभाव भूल क्यों जाते है?

संगीत: मिलिंद दाते
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