Mere Naina Saawan Bhadon Kishore Kumar-Karaoke
Ravindra Kamble Ravindra Kamble
44.7K subscribers
9,555 views
174

 Published On Aug 12, 2021

1976 में रिलीज़ हुई “महबूबा”, शक्ति सामंत के साथ राजेश खन्ना की छठवीं फिल्म थी. पहले की सारी फ़िल्में जैसे, आराधना, अमरप्रेम, कटी पतंग जैसी फ़िल्में सुपरहिट रही थीं. मगर “महबूबा” में ये सफलता का सिलसिला कमज़ोर पड़ गया. पुनर्जन्म पर आधारित कहानी दर्शकों पर पकड़ नहीं बना सकी. अलबत्ता इसका संगीत ज़रूर मशहूर और लोकप्रिय हुआ. संगीतकार थे RD बर्मन (पंचम दा).

प्रस्तुत गीत “मेरे नैना सावन भादों....” दोनों यानि Male और Female version में है. इस गीत को पंचम दा ने किशोर कुमार जी से गवाने का फैसला किया. लता जी वाला version उनकी उपलब्धता को देखते हुए पहले रिकॉर्ड कर लिया गया.

फिर RD बर्मन किशोर कुमार जी के पास पहुँचे. गाने की सिचुएशन समझाई और गाना सुनाया. साथ ही ये बताया की ये गाना राग “शिवरंजनी” में है. किशोर दा ने अपने अंदाज़ में फटाक से जबाब दिया “बांगड़ू ..राग की ऐसी तैसी.... पर ये गाना मैं नहीं गा पाऊंगा. मेरे लिए मुश्किल है”. पंचम दा, जो किशोर दा की गायन प्रतिभा से भली भांति वाक़िफ थे, कहाँ मानने वाले थे. वो किशोर दा के पीछे पड़ गए. उन्होंने कहा कि इस का दूसरा वाला version लता जी की आवाज़ में पहले ही रिकॉर्ड हो चूका है. अब तो किशोर दा और भी सावधान हो गए. बड़ी लम्बी बहस के बाद वो गीत गाने के लिए तैयार हुए और रिकॉर्डिंग के लिए एक महीने का वक़्त माँगा. और लता जी वाली रिकॉर्डिंग भी मंगवा ली.

कहते हैं कि रिकॉर्डिंग से पहले सात दिन तक किशोर दा ने गीत को बार बार सुना, कई बार सुना, समझा और फ़िर गीत की रिकॉर्डिंग हुई. और क्या कमाल का गाया उन्होंने. फिल्म रिलीज़ के बाद तो किशोर दा वाला version लता जी वाले version से मीलों आगे निकल गया. गीत की ज़बरदस्त शायरी लिखी है गीतकार आनंद बक्षी जी ने.

4 अगस्त को किशोर दा का जनमदिन था. मेरी और आप सब की ओर से उन्हें ये स्वरांजलि !!!!

show more

Share/Embed