Published On Jan 8, 2019
lyrics
जागो मोहन प्यारा तुझसे मन म्हारो लाग रयो ह।।
१वन म चिड़ी चकुंदर बोले कगवा बोले काला
रजनी बीती भोर भई ह घर घर खुल्या किंवाड़ा।।
२दादूर मोर पपैया बोले सुआ बोले हरियाला
उड़ पंछी चुग बान चाल्या छोड़ छोड़ निज का आला।।
३पनिहारी पानी न चाली पायल क झणकारा
घर घर कामण दही र बिलोव कर कंगन खनकारा।।
४ग्वाल बाल सब द्वार आए दाईदार तुम्हारा
उछब धेनु सब वन म चाली लार लीया र लवारा।।
५नारद गाव विण बज़ाव गाव जुग संसारा
बैल चढ़े शिव नाद बज़ाव पार्वती के प्यारा।।
६ब्रह्मा गाव वेद उचार वो भी ध्यान तुम्हारा
तानसेन प्रभु का गुण गाव म्हारा करो न उदारा।।
॥ समाप्त॥
Created by Pujari Salasar
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