कर्म का चक्र ही इच्छा पूरी होने वाली होती है कर्म का फल आपको मिलने वाला है आपके मन में वही , इच्छा आएगी कहते मैंने ऐसा सोचा और वह हुआ नहीं ऐसा नहीं है