माना जाता है की यह आसन करने से: -आपके कूल्हों के जोड़ खुलते हैं -रीढ़ की हड्डी और पेट और जांघ के बीच के क्षेत्र में अकड़न से राहत मिलती है -निचले श्रोणि क्षेत्र की मांसपेशियों में खिंचाव पैदा करने में सहायक है