Gola गोकर्णनाथ में राम बारात का भव्य स्वागत: श्रद्धालुओं में उमड़ा उत्साह, मुख्य आकर्षण बनी लीला
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 Published On Oct 7, 2024

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उत्तर प्रदेश के लखीमुपर खीरी जिले के कस्बा गोला गोकर्णनाथ में रामलीला का भव्य आयोजन 3 अक्टूबर से 13 अक्टूबर तक किया जा रहा है, जिसमें धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की समृद्ध धारा प्रवाहित हो रही है। भगवान श्री राम की लीलाओं का मंचन देखकर लोग भाव विभोर हो रहे हैं। रामलीला का समय सायं 03 बजे से सायं 06 बजे तक और रासलीला रात्रि 8 बजे से रात्रि 12 बजे तक हो रही है। इस ऐतिहासिक आयोजन की शुरुआत 3 अक्टूबर को गणेश पूजन और ध्वजरोहण से हुई। पहले ही दिन दर्शकों की भारी भीड़ ने आयोजन की महत्ता और आस्था का परिचय दिया। 4 अक्टूबर को शंकर जी की बारात का आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने भगवान शिव के विवाह प्रसंग का आनंद उठाया। इसके बाद 5 अक्टूबर को नारद मोह, रावण जन्म, रावण तपस्या और पृथ्वी पुकार जैसे महत्वपूर्ण प्रसंग दर्शकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहे। 6 अक्टूबर को राम जन्म, विश्वामित्र का आगमन, ताड़का वध और अहिल्या उद्धार के प्रसंगों ने श्रद्धालुओं को रामायण से जोडे़ रखा। इस दिन भगवान राम के जन्म की कथा से हुई। इसके बाद जब श्रीराम बडे़ हुए तो महर्षि विश्वामित्र राजा दशरथ के पास पहुंचे और अपना यज्ञ निर्विघ्न सम्पन्न कराने के लिए राम और लक्ष्मण को लेकर अपने आश्रम की ओर चले। मार्ग में एक अद्भुत युद्ध के बाद श्रीराम ने राक्षसी ताड़का का वध किया। इसके बाद मारीच और सुबाहु आदि राक्षसों को दंडित किया फिर आश्रम में महर्षि विश्वमित्र का यज्ञ निर्वध्न सम्पन्न हुआ। विश्वामित्र ने राम को आशीर्वाद दिया और कहा कि वे भविष्य में महान कार्य करेंगे। इसके बाद, विश्वामित्र ने राम को अहिल्या के उद्धार की कथा सुनाई। अहिल्या एक शाप के कारण पत्थर बन गई थीं। राम ने अहिल्या की ओर कदम बढ़ाया और उन्हें स्पर्श किया। जैसे ही राम का स्पर्श हुआ, अहिल्या पत्थर से मुक्त होकर पुनः मानव रूप में आईं। उन्होंने राम को धन्यवाद दिया और उनके चरणों में श्रद्धा के साथ झुक गईं। अहिल्या उद्धार की लीला ने सभी को भावुक कर दिया। कार्यक्रम में स्थानीय कलाकारों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए रामायण की गहराइयों को उजागर किया। आयोजकों ने बताया कि इस तरह के कार्यक्रम संस्कृति के संरक्षण और धार्मिक शिक्षा के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। आयोजकों ने आगामी आयोजनों के लिए सभी का आभार व्यक्त किया और आने वाले समय में ऐसे और कार्यक्रमों की योजना बनाने की बात कही। इस मौके पर रामरक्षपाल राजपूत, रामस्वरूप यादव, नीरज पाण्डेय, पंकज मिश्र, लक्ष्मी नारायण,बिपिन बिहारी मिश्र, राम औतार शिव चन्द्र शाह एडवोकेट, हंसराम स्वर्णकार, सुनील गुप्ता, मनोज कुमार गुप्त, अमित कुमार शुक्ल पिंटू, पंकज तिवारी, जगदीश प्रसाद गुप्ता, पंकज गुप्ता आदि मौजूद रहे।

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