रेल हादसा, कोई मांगे इस्तीफा तो कोई देता महीने का वेतन दान, क्या राजनीति जरूरी है हर दुर्घटना पर?
Sumerpur News सुमेरपुर न्यूज़ Sumerpur News सुमेरपुर न्यूज़
45.9K subscribers
806 views
0

 Published On Jun 3, 2023

#dehli_police
#gehlotashok #gehlotlive #cmrajasthan #cm #jawaibandh #mehngairahatcamp #congress #karnataka #badriramjakhar #anshan #pali #palinews #sachin @GehlotAshok @ashokgehlotanalysesnews @cmrajasthan2619 @jawaibandhofficial5820 @SUNDHALIVE @palimarwar1117 #election #election2023 #congressleader

#latestnews #rajasthannews #news18rajasthan
Live News | Rajasthan News in Hindi, राजस्थान समाचार | LIVE Rajasthan News | राजस्थान की बड़ी खबरें | Latest Hindi News | News18 Rajasthan Live Updates | news 18 live | hindi news | latest news | news 18 | news 18 hindi | hindi samachar| n18oc_rajasthan

@sachinpilotnews2434 @sachinpilotrajasthanpilot @Sachin_Pilot_Fan_Club @tamanaGurjar34 #sachinpilot #sachinpilotlatestnews
shot arrows at his own government, pilot seen in changed attitude
rajasthan news live, rajasthan news today, rajasthan news18, rajasthan news samachar,rajasthan news aaj ka samachar, live rajasthan, rajasthan samachar, rajasthan latest news, #livenews #rajasthanistatus
The death toll in this accident has gone up to 288 and 900 people are injured. A massive rescue and relief operation is underway at the spot

भुवनेश्वर। ओडिशा के बालेश्वर ट्रेन हादसे में मौत ने खूब तांडव मचाया। ट्रेन में सवार 238 लोगों की जान चली गई। घटनास्थल का मंजर तो दिल दहलानेवाला है ही, वहीं अस्पतालों के बाहर लोगों की गीली आंखें, बेचैनी, रुदन देखकर कलेजा कांप रहा है।Bhubaneswar. The death in Odisha's Baleshwar train accident created a lot of chaos. 238 people aboard the train lost their lives. The scene of the incident is heart-wrenching, whereas seeing the wet eyes, restlessness and crying of the people outside the hospitals, the heart is trembling.


रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म तो हो गया है लेकिन अब लोग अपनों की खैर-खबर और उनकी तलाश में बदहवास इधर से उधर घूम रहे हैं। ऐसे ही एक शख्स अपने भाई की तलाश में इस अस्पताल से उस अस्पताल से मारा-मारा फिर रहा है पर उसके भाई का पता नहीं चल पा रहा है।The rescue operation is over, but now people are frantically roaming here and there in search of well-being and news of their near and dear ones. One such person is roaming from one hospital to another in search of his brother, but his brother is not traceable.

भाई की तलाश में अस्पतालों के चक्कर काट रहे
रमेश के दो भाई शव की पहचान के लिए इस अस्पताल से उस अस्पताल का चक्कर लगा रहे हैं। हालांकि, उन्हें अभी तक अपने भाई का शव नहीं मिला है।In search of his brother, he is going round the hospitals.
Ramesh's two brothers are going from hospital to hospital to identify the body. However, he is yet to find his brother's body.


रमेश के भाई ने कहा कि शुक्रवार को मेरा भाई शाम 6 बजे ट्रेन में सवार हुआ था। हादसा शाम करीब 7 बजे हुआ। हादसे की आवाज सुनकर हम मौके पर पहुंचे। हमने भाई को तलाशा लेकिन वह नहीं मिला। बाद में, हम घर वापस चले गए।

किसी ने कॉल पर बताया-आपका भाई मर गया
उन्होंने आगे बताया कि रात करीब 12.30 बजे के आसपास, हमने उसके मोबाइल फोन पर कॉल किया। जब फोन की घंटी बजी, तो एक आदमी ने उसे उठाया और हमें सूचित किया कि वह मर चुका है।

भाइयों ने रोते हुए बताया कि रात से, हम इस अस्पताल से उस अस्पताल का चक्कर लगा रहे हैं। हालांकि, अभी तक भाई के शव की पहचान नहीं हो पायी है।

इस हादसे में मरने वालों की तादाद 288 हो गई है और 900 लोग घायल हैं. मौके पर बड़े पैमाने पर बचाव और राहत का अभियान चल रहा है

पहले गाड़ी संख्या 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे पटरी से उतर गए और दूसरी पटरी पर जा गिरे. ट्रैक या पटरी में फ्रैक्चर: जब ट्रेन के ट्रैक के बीच की चौड़ाई बढ़ जाती है या दो पटरियों के बीच का जोड़ कमजोर हो जाता है, ऐसे में ट्रेन के डिरेल होने की संभावना बढ़ जाती है। इसकी वजह मैन्युफैक्चरिंग और इंस्टालेशन डिफेक्ट, एक्स्ट्रीम गर्मी या मेंटेनेंस की कमी से हो सकता है।

2. रेलवे इक्विपमेंट्स या टेक्निकल गड़बड़ीः पहिए, लोकोमोटिव बीयरिंग, सस्पेंशन और रेलवे बोगी में होने वाली खराबी की वजह से भी ट्रेन डिरेल हो सकती है। ट्रेन सिग्नल और नेटवर्क की मदद से चलती है। ऐसे में कई मौकों पर कंट्रोल रूम या नेटवर्क से संपर्क टूटने के बाद टेक्निकल खराबी की वजह से भी ट्रेन डिरेल होती है।

3. मानवीय भूलः लोको पायलट, गार्ड या किसी अन्य ऑपरेशनल मैनेजर की भूल की वजह से भी ट्रेन पटरी से पलटने की संभावना होती है। अमूमन स्लो सिग्नल के बावजूद ट्रेन को फास्ट चलाना, कम्युनिकेशन गैप, रेलवे रूल्स फॉलो न करना हादसे की वजह बनी है।

4. मौसम: जब किसी क्षेत्र में काफी ज्यादा गर्मी पड़ रही हो या किसी क्षेत्र में काफी ज्यादा ठंड हो तो वहां रेलवे पटरियों में फैलाव कम-ज्यादा हो सकता है। ज्यादा बारिश या तेज हवा में रेलवे ट्रैक पर पेड़ गिरने की वजह से भी ट्रेन डिरेल हो सकती है।

show more

Share/Embed