Published On Oct 10, 2024
हनुमान जी के अद्भुत अनुभव की इस महाकाव्य कथा में आपका स्वागत है! ऋषिमुख पर्वत की कठिन चढ़ाई और भगवान श्रीराम के संग में हनुमान जी की भक्ति और तपस्या का अलौकिक वर्णन इस कहानी में प्रस्तुत है। भगवान शिव और भगवान हनुमान की कृपा और आशीर्वाद के इस भक्ति गीत में समाहित है वह शक्ति जो हर भक्त को प्रेरणा दे। क्या भक्ति से भगवान शिव प्रसन्न होंगे? आगे क्या हुआ? यह जानने के लिए बने रहें। भगवान हनुमान द्वारा श्रीराम और लक्ष्मण की सेवा का यह भक्तिपूर्ण दृश्य न केवल भावनात्मक है, बल्कि आपकी आत्मा को भक्ति से पूर्ण कर देगा। इस धार्मिक कथा में शामिल कलाकारों और निर्माण टीम ने कथा को जीवंत बनाया है। खोजने के लिए यहां बने रहें! जय श्री राम, जय महाबली हनुमान!
00:00 - ऋष्यमूक पर्वत पर चढ़ाई की कठिनाई
00:25 - सुग्रीव, बाली का भाई
01:52 - हनुमान का सुग्रीव से मिलना
03:08 - हनुमान का दो तपस्वियों से मिलना
07:09 - हनुमान का तीसरे तपस्वी से मिलना
10:00 - हनुमान का जाम्बवान से मिलना
11:33 - भगवान राम और सुग्रीव की बातचीत