संतकवि श्री दासगणू महाराज रचित श्री गजानन विजय ग्रंथाचे मुखोद्गत पारायण | अध्याय 7 - श्रीमती सुमतिताई बापट, नासिक. ध्वनिचित्रण, मुद्रण सौजन्य - श्री परीक्षित उपाध्ये, श्री चंद्रशेखर पदे, कल्याण.