Published On Jan 31, 2023
श्री राम जी ऋषि वसिष्ठ जी के साथ जब राजा जनक की पुत्री सीता के स्वयंवर को देखने पहुँचे। राजा दशरथ की शर्त के अनुसार जो भी शिव धनुष पर प्र्त्य्नचा चढाय़ेगा वही सीता से विवाह करेगा जिसमें बहुत से राज्यों के राजाओं ने भाग लिया था। परंतु जब कोई भी राजा धनुष को उठा तक नहीं पाया तो श्री राम जी आगे बढ़ते हैं और धनुष को उठा लेते हैं और जैसे ही प्रत्यंचा खिचते हैं तो शिव धनुष टूट जाता है। श्री राम का विवाह माता सीता के साथ सम्पन्न किया जाता है, " जय़ श्री राम "
show more