Published On Premiered Oct 3, 2020
"शांतिधारा" संत शिरोमणि आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महामुनिराज की सार्वभौमिक करुणा का प्रतिफल है। शांतिधारा गौशाला एवं पंचगव्य अनुसंधान केंद्र, श्री दि.जैन अति.क्षेत्र बीनाजी बारह का उपक्रम है। जिसका संचालन आचार्य श्री जी की मंगल प्रेरणा और आशीर्वाद से ब्रह्मचारी भाईयों के निर्देशन में हो रहा है।
गौशाला में ५०० गौवंश है एवं १३० एकड़ में इसका विस्तार है। यह एक समाज सेवी संस्था है जसके प्रमुख उद्देश्य स्वदेशी जीवन शैली को बढ़ावा देना है, देसी गौ पालन एवं जैविक खेती को बढ़ावा देना है ताकि किसानों को समृद्ध और जनसामान्य को शुद्ध खाद्य सामग्री उपलब्ध करायी जा सके।
शांतिधारा गिर गौशाला के उत्पाद "घी, जैविक अनाज, पंचगव्य औषधियाँ एवं जैविक खाद" प्राप्त करने हेतु
संपर्क - 6266486223, 8770637723
गौ-पालन, पंचगव्य उत्पाद एवं जैविक खेती के प्रशिक्षण के लिए
संपर्क - 9340866093
Background score on flute by : Palak Jain (The Golden Notes)