क्यों होता है लकवा बार बार ? | Relapse Of Paralysis Patient | Dr. Puru Dhawan
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 Published On Aug 6, 2022

क्यों होता है लकवा बार बार ? | Relapse Of Paralysis Patient | Dr. Puru Dhawan

नमश्कार, इस वीडियो में डॉ. पुरु धवन बताएंगे कि क्या एक लकवा के मरीज को दोबारा स्ट्रोक आ सकता है। आगे इस वीडियो में वो बताएंगे की दोबारा पक्षाघात होने से बचने के लिए क्या करना चाहिए।

क्या पैरालिसिस का अटैक दोबारा आ सकता है?
हा, यह संभव है। एक पैरालिसिस पेशेंट को दोबारा पैरालिसिस के अटैक आने की बहुत ज्यादा सम्भावना होती है।

क्यों?
पैरालिसिस से ठीक हो चुके एक मरीज को दोबारा लकवा का अटैक आने की संभावना एक आम इंसान से इसलिय ज्यादा होती है क्योकी उन मरीजों में लकवा के होने के पीछे के कारण पहले से ही मौजूद होते हैं, और अगर उन कारणों का सही से ध्यान न रखा जाए तो पैरालिसिस दोबारा होना संभव होता है।

लकवा दोबारा होने से कैसे रोकें?
1. अपने बीपी और शुगर का ध्यान रखें
जिन पैरालिसिस के मरीज को ब्लड प्रेशर या ब्लड शुगर की वजह से लकवा हुआ था उन्हें आगे भी इस्का ध्यान रखना होता है।

2. अपनी दवा न छोडे
अक्सर पक्षाघात के रोगी ठीक होने के बाद अपनी बीपी या शुगर की दवाइयां छोड़ देते हैं क्योकी उन्हे इनका कोई असर नहीं दिखता, पर ये बिल्कुल ठीक नहीं है। अगर आप बीपी की दवाइयां खा रहे हैं तो उसे आपको छोड़ना नहीं है। अगर इन दवाइयो को छोड़ने से आपका बीपी या शुगर बढ़ता है तो आपको दोबारा पैरालिसिस अटैक आने की संभावना बढ़ जाती है।

लकवा क्यों होता है?
लकवा होने के 2 सबसे बड़े करना है हाई ब्लड प्रेशर और हाई ब्लड शुगर। पैरालिसिस स्ट्रोक दो तरह से होता है। पहला होता है ब्रेन स्ट्रोक जिसमे दिमाग के अंदर खून की नसों में थक्का बन जाता है। इस थक्के की वजह से खून के प्रवाह में दिक्कत आती है जिससे दिमाग का कुछ हिस्सा प्रभावित हो जाता है। दूसरा है ब्रेन हेमरेज जिसमे दिमाग में खून की नस फट जाती है जिससे खून के प्रवाह में दिक्कतें आने से लकवा का अटैक आता है।

पैरालिसिस ठीक कैसे होता है?
पैरालिसिस होने के तुरंत बाद दिमाग अपने आप को ठीक करने में लग जाता है और इसके लिए वह न्यूरोप्लास्टिसिटी का इस्तमाल करता है। पर 6 महिनो के बाद ये ठीक होना बंद हो जाता है। आगर तबतक पेशेंट पूरी तर ठीक नहीं हो पाता तो उसकी रिकवरी वही रुक जाती है। इस स्थिति में 2 चीजों की मदद से मरीज को आगे ठीक किया जाता है। दवाइयों और व्यायाम की मदद से दिमाग की न्यूरोप्लास्टिसिटी को दोबारा शुरू किया जा सकता है जिससे मरीज आगे और रिकवरी देखता है।

आगर आपको इस वीडियो के मध्यम से मिली किसी जानकारी से सम्बंधित कोई सवाल है तो आप नेचे दिए गए नंबर पर संपर्क करके जानकारी हासिल कर सकते हैं।

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