Published On Sep 14, 2024
समूचा प्रकृति तुम्हारा है तुम प्रकृति हो तुम ही चेतना हो और तुम ही चैतन्य, फिर क्यों ना समझी पर चलना#जीव #समझ
मुझसे गाली निकली मैं क्षमा प्रार्थी हू इसमें भी स्त्रियो का अपमान है बोध पश्चात मैं गलियों से दूर हुआ हू, ये पुरानी वीडियो है पुराने भाव को देखकर आप तक साझा कर इस बुरी कुरूतियो के खिलाफ लड़ने को अग्रसर हू आपसे भी योद्धा की अभिलाषा है
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