यह है चेतन धूणा, और तपोभूमि || यहां हर मनोकामनाएं सिद्ध होती है || Siddhnath Mahadev Mandir Jodhpur
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 Published On Jul 13, 2021

यह है चेतन धूणा, और तपोभूमि || यहां हर मनोकामनाएं सिद्ध होती है || Siddhnath Mahadev Mandir Jodhpur

सिद्धनाथ महादेव का मंदिर जोधपुर के पास में कायलाना झील के किनारे पर बना हुआ है पहाड़ी के ऊपर यह बहुत ही प्राचीन और भव्य मंदिर है करीब 1000 साल पुराना मंदिर है सिद्धनाथ महादेव के मंदिर पर कई सारे साधु महात्माओं ने तपस्या की थी तपस्या भी इतनी कठिन की थी कि कोई भी व्यक्ति अगर तपस्या करने वाले साधु महात्मा से बात भी करना चाहता तो साधु महात्मा जो दूसरे लोक में विचरण कर रहे थे तो वह नहीं कर पाते इसके अलावा यहां पर साधु महात्माओं में से एक साधु को तो शेर तपस्या में लीन साधु को अपना भोजन बना गया था और कई महात्माओं को चूहे कुतर ते रहते थे चीटियां काटती रहती थी फिर भी वह तपस्या में इतनी ज्यादा लीन थे कि उनको पता ही नहीं चलता था कि वह अब कहां पर है यहां पर फ्री में साल भर आप भोजन प्रसादी ले सकते हैं यहां पर ठहर सकते हैं और यहां पर गुरु पूर्णिमा के दिन बहुत ही शानदार मेला लगता है बहुत सारे लोगों की भीड़ यहां पर आती है जोधपुर और जोधपुर के आसपास के इलाकों से इस मंदिर के ऊपर कई सारे साधु महात्माओं के मंदिर बने हुए हैं समाधि स्थल बनी हुई है सिद्धनाथ महादेव के मंदिर अगर आप आते हैं तो सबसे अच्छा समय होता है बारिश का समय बारिश के समय अगर आप यहां पर आएंगे तो खूब सारे बरसात के झरने आपको देखने को मिलेंगे बड़े-बड़े चादर जितने बड़े झरने और बारिश के समय में सिद्धनाथ महादेव के अंदर के परिसर में पानी भर भर जाता है बरसात के समय महादेव के शिवलिंग पर जलाभिषेक यहां पर प्राकृतिक रूप से दूध की धार बहती हुई रहती है और यहां पर बहुत ही अंदर की साइड में अद्भुत दृश्य देखने को मिलेगा यहां पर नारायण स्वामी और नेपाली बाबा की समाधि या है नेपाली बाबा नेपाल से आए थे और नारायण स्वामी यहां पर बहुत ही प्रसिद्ध महाराज हुए हैं उनके बड़े-बड़े मंदिर यहां पर बनाए हुए हैं अगर कोई व्यक्ति इतनी ऊंचाई पर जाता है तो उसके लिए खाने-पीने की पूरी व्यवस्था की गई है इस वीडियो के अंदर आप जानेंगे सिद्धनाथ महादेव मंदिर के बारे में कायलाना झील के पास में स्थित है पूरी की पूरी यात्रा देखेंगे बहुत ऊंचाई पर सीढ़ियों से होकर जाना पड़ता है छोटी बच्ची से मात्र 2 साल की है अभी इन सारी की सारी सीढ़ियों को अकेले चलकर पैदल पार किया

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