आइये जानें। द्वितीय भाव यानी धन स्थान पर पड़ने वाले ग्रहों की दृष्टि के क्या क्या फल मिलेंगे? आचार्य, श्री शिव कुमार कर्ण, संस्थापक, श्री हनुमान ज्योतिष केंद्र, सीतामढ़ी ( बिहार)