Published On Apr 19, 2024
ढ़ीचकडा- माली समाज के लोग स्त्रियों की वेशभूषा पहनकर कर सिर पर कलश धारण कर बासन लेकर नाचते गाते हुये कलालो के खूंट पर ठाकुरजी देवविमानो की शोभायात्रा का स्वागत किया गया। यहाँ करीब 30 मिनिट तक ढ़ीचकडा लोकोउत्सव की धूम चलती रही जिसे देखने के लिये दर्शकों ने यहाँ पहले से ही मुकाम जमा रखे थे। इस कार्यक्रम में दर्शकों का जमकर मनोरंजन किया गया। ढ़ीचकडा कार्यक्रम के बाद शोभायात्रा रावण दहन के लिए रावण दहन स्थल पहंची यहाँ करीब 1 घण्टे तक राम रावण वाक युद्ध के बाद भव्य आतिशबाजी के साथ अहंकारी रावण के पुतले का दहन कर आरती के बाद देव विमान मंदिरों में पहुंचे वही इसके बाद कलाकारों ने कजली नृत्य का कार्यक्रम शुरू हुआ। जो देर रात्रि सुबह 4 बजे तक चलता रहा। कजली नृत्य की प्रस्तुतियों ने दर्शको का जमकर मनोरंजन किया। जिसे देखने के लिए लोग सुबह 4 बजे तक डटे रहे।