Published On Sep 14, 2024
काव्यकथा द्वितीय – ' भोला की पहली रेलयात्रा ' (१३ उपकथाओं का तृतीय भाग )
काव्यकथा के इस तीसरे प्रसंग में भोला के साथ उसकी पहली रेल यात्रा में शामिल होने हेतु सभी आमंत्रित हैं! उसकी सहयात्री, युवती चंद्रिका पर भी नजर रखें, जो उससे एक महत्त्वपूर्ण सबक सीखती है! आइये देखें ...
' भोला की पहली रेलयात्रा '
काव्यकथा द्वितीय - प्रार्थना वर्ग के हमारे प्रिय बच्चों द्वारा बड़े पैमाने पर बनाई गई कथाओं की एक श्रृंखला, जिसका आनंद सभी आयु समूहों द्वारा उठाया जा सकता है!! श्री चित्रापुर मठ के मठाधिपति, परम पूज्य सद्योजात शंकराश्रम स्वामीजी के उपदेशों से प्रेरित हर एक कविता सरल आध्यात्मिक भावों से जड़ी हुई अमोल कहानी सुनाती है। काव्यकथा द्वितीय का प्रत्येक प्रसंग एक उपदेश अथवा विमर्शात्मक विचार को बड़ी सरलता से बस कुछ ही मिनटों में संपुटित कर प्रस्तुत करता है।