Published On Nov 5, 2020
महान स्वतंत्रता सेनानी और प्रखर राष्ट्रवादी चितरंज दास ने स्वाधीनता आंदोलन में जिस तरह से राष्ट्रवादियों और देशभक्तों की सहायता की उसकी मिसाल मिलनी मुश्किल है। गांधी जी के आह्वान पर शुरू हुए असहयोग आंदोलन के दौरान चितरंजन दास अपनी जमी जमाई वकालत छोड़ कर आजादी के आंदोलन में कूद पड़े। यही नहीं उन्होंने न केवल खुद को आजादी के आंदोलन के लिए समर्पित कर दिया बल्कि अपनी सारी संपत्ति भी दान कर दी। उनकी देशप्रेम की भावना और जज्बे को देखते हुए देश ने भी उन्हें बेहद सम्मान दिया और वो देशबंधु के नाम से मशहूर हो गए।
Production - Asmita Mishra
Script - Ritu Kumar
Graphics - Rupesh, Saurav
Editing – Ashish Katoch
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