Published On Aug 22, 2024
मुनाजरा बैंगलोर हाफिज अहमद हसन अमरोहा मोलवी नूरुल ऐन के साथ खलिफा ताजुश्शरिया मुनाजिर अहले सुन्नत मुफ्ती अख्तर हुसैन अलीमी खलीफा ताजुश्शरिया मुनाजिर अहले सुन्नत मुफ्ती शहजाद आलम मिस्बाही मुफ्ती जबीहुललाह साहब कारी जुलफुकार साहब मरकज बिलाल ओर बैंगलोर के उलामा किराम आप हजरात जरूर सुने हक आया बातिल मिट गया ओर बेशक बातिल को मिटना ही था ये रजा के नैजे की मार है के अदू के सीने में गार है जो चारा जोई का वार है ओर यह वार आर से पार है प्लीज़ लाइक कमेन्ट शेयर करें चेनल सब्सक्राइब करें
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