Published On Jun 27, 2024
My first music composition
#haribhajan #krishnabhajan #हरीनाम #हरिभजन
फुल्यो फूल्यो क्या फिरे, फूल्यों एक दिन बाग
आई आंधी जोर की, फूल रहयो ना पात
सूरज गगन में तप रहयो, तप तप रहयो तपाय
सांझ पड़या वो भी ढले, धूप रहे ना छांव
ना कोई तेरो बावरे, ना कोई तेरो होय
हाय हाय में सब गयो, दिन ओ सारों खोय
हीरा जैसी देह मिली, कंचन जैसी जात
अबकी बाजी जीत ले, आई है तेरे हाथ
क्या सवारे देह को, निरखे बार बार
देख जरा तू आपको, मौत खड़ी तेरे द्वार
सद्गुरु दी चेतावनी, चेतो सी सुजान
तू तो हरी को दास है, कहीनो मेरो मान
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